चिंगरा पगार जलप्रपात गरियाबंद छत्तीसगढ़ : Chingra Pagar Waterfall Gariyaband Chhattisgarh

Chingra Pagar Gariyaband

Waterfall gariyaband Chhattisgarh:   छत्तीसगढ़ राज्य के गरियाबंद (Gariyaband) जिले में इन दिनों हजारों की संख्या में पर्यटक घूमने के लिए पहुंच रहे हैं। हाल ही के दिनों में चर्चा में आया चिंगरा पगार वाटरफॉल (Chingra Pagar Waterfall) तो पर्यटकों का अड्डा बन चुका है, लेकिन बीते रविवार को तब यहां सैकड़ों लोगों की जान खतरे में आई, जब अचानक से तेज बारिश के बाद वाटरफॉल की ओर जाने वाले रास्ते के एक नाले में भारी बाढ़ आ गई।

इसके चलते लगभग 600 से अधिक लोग वाटरफॉल में फंस गए। जान के डर में सभी लोग घबराने लगे, लेकिन रविवार देर रात तक पुलिस के द्वारा रेस्क्यू कर सभी को बाहर निकाल लिया गया। दरअसल, राजधानी रायपुर से 83 किलोमीटर दूर गरियाबंद जिले में चिंगरा पगार वाटरफॉल स्थित है। यहां बारिश के मौसम में रोजाना वर्तमान में हजारों की संख्या में प्रदेश भर से पर्यटक घूमने पहुंच रहे हैं। रविवार को बड़ी संख्या में पर्यटक सुबह से ही इस सुंदर चिंगरा पगार वाटरफॉल को देखने पहुंचे थे, लेकिन दोपहर के करीब 3 से 4 बजे के बीच इस इलाके में जोरदार बारिश हुई।

चिंगरा पगार वाटरफॉल घूमने गए पर्यटक बाढ़ में बाल बाल बचे : इसके चलते वाटरफॉल के करीब 500 मीटर पहले एक लोकल नाले में बाढ़ आ गई। पानी काफी तेज प्रवाह के साथ बहने लगा था । पर्यटक अपनी गाड़ियों के साथ ही नाले के दूसरे किनारे पर फंस गए। इसके बाद हड़कंप सा मच गया, क्योंकि यहां लगभग 500 से 600 पर्यटक बाढ़ में फंस गए। नाले में बाढ़ की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस एवम जिला प्रशासन मौके पर पहुंची। बचाव टीम को भी यह बुलाया गया। इसके बाद देर रात तक पर्यटकों को निकलाने के लिए रेस्क्यू अभियान भी चलाया गया।

रायपुर के पर्यटक द्वारा मीडिया को यह भी बताया गया कि रविवार को 12 बजे के आस पास घूमने के लिए वहां पहुंचे हुए थे। उन्होंने यह भी बताया कि मैं वाटरफॉल में था। दौरान तीन से चार बजे के आस पास अचानक काफी तेज बारिश हुई। जिससे, पूरा नाला पानी से भर गया। इसके बाद लगभग 500 से 600 लोग फंस गए। फंस जाने के बाद काफी अफरा-तफरी का माहौल हो गया, लेकिन प्रशासन के द्वारा धीरे धीरे सबको निकाल लिया गया है। अब निश्चिंत हैं, कोई डर नहीं है।

देर रात तक चला चिंगरा पगार में रेस्क्यू ऑपरेशन : वहीं देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने वाले कोतवाली थाना प्रभारी राकेश मिश्रा के द्वारा यह भी कहा गया कि बीते रविवार को तीन से चार बजे के आस पास बहुत तेज बारिश हो रही थी। तब वाटरफॉल नाले का जलस्तर बढ़ गया। थाना प्रभारी के द्वारा यह भी कहा गया कि झरने की तरफ 500 से 600 लोग फंसे हुए थे। पानी अब कंट्रोल हो गया है। और घुटने से नीचे आ गया है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। नगर सेना एवं बचाव दल के साथ मिलकर सभी लोगों की निकाले जा चुके हैं। वहा कुछ खाली गाडियां हैं, वो सोमवार सुबह निकाली ली जाएंगी।

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