Badalkhol Abhyaran : बादलखोल अभ्यारण्य वन विभाग में स्थित है, इस स्थान का क्षेत्रफल 104 वर्ग फिट है, इस स्थान की जलवायु जंगली जानवरों और पक्षियों के लिए पूरी तरह से अनुकूल है। यह स्थान पूरी तरह से हिल-स्टेशन है इसलिए पर्यटक गर्मियों की छुट्टियों में विशेष रूप से इस स्थान पर आना पसंद करते हैं, बादलखोल अभ्यारण्य जशपुर सड़क मार्ग द्वारा रायगढ़, अंबिकापुर, रांची से जुड़ा हुआ है, जशपुर-अम्बिकापुर मुख्य मार्ग पर बगीचा ब्लॉक के रास्ते में स्थित है, यह बगीचा से लगभग 15 किमी दूर है, बादलखोल वन्य जीवन अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल लगभग 44 प्रतिशत जंगलों से घिरा हुआ है।
1. भारत कुल वन क्षेत्र का 12 प्रतिशत भाग छत्तीसगढ़ में है।
2. ‘बादलखोल वन्य जीवन’ विविध प्रजातियों से भरपूर है। छत्तीसगढ़ और बादलखोल वन्य जीवन अभयारण्य में कुल वन्य जीवन की भरमार है और छत्तीसगढ़ इनमें से एक है।
3. बादलखोल वन्य जीवन अभयारण्य की महत्वपूर्ण प्रजातियाँ है – हिरण, चिंकारा, गेजल और चित्तीदार हिरण।
4. बादलखोल वन्य जीवन अभयारण्य में अन्य ऐसी प्रजातियाँ हैं जो बहुतायत में पाई जाती हैं। वे हैं – नील गाय, सांभर, चौसिंघा, स्लॉथ बीयर, जंगली सुअर, भेडिए और हाइना।
5. बादलखोल वन्य जीवन अभयारण्य में मोर, बाज़, कबूतर, गौरैया, तोते और स्टॉर्क आदि पक्षी पाए जाते हैं। प्रवासी पक्षी भी यहां आकर ठहरते हैं।
6. बादलखोल वन्य जीवन अभयारण्य में बाघ और चीते भी पाए जाते हैं। जबकि इनकी संख्या यहाँ सीमित है।
7. बादलखोल अभ्यारण्य इन अभयारण्यों में अनेक दुर्लभ चिडियाँ पाई जाती है और यह पक्षियों को देखने के शौकीन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है। कभी-कभार यहाँ बायसन भी देखने को मिल सकता है।
बादलखोल अभ्यारण्य कैसे पहुंचे-
हवाई मार्ग द्धारा :
जशपुर से निकटतम हवाई अड्डा रांची है। रांची से कोलकाता, दिल्ली, पटना, मुंबई, वाराणसी, लखनऊ और काठमांडू जैसे विभिन्न स्थानों के लिए नियमित उड़ानें हैं।
रेल मार्ग द्वारा : जशपुर से निकटतम रेलवे स्टेशन रांची और अंबिकापुर है। रांची रेलवे स्टेशन जशपुर से लगभग 150 किमी दूर है।
सड़क मार्ग द्वारा : जशपुर सड़क मार्ग द्वारा रायगढ़, अंबिकापुर, रांची से जुड़ा हुआ है। बादलखोल अभ्यारण जशपुर-अम्बिकापुर मुख्य मार्ग पर बगीचा ब्लॉक के रास्ते में है। यह बगीचा से लगभग 15 किमी दूर है।