Korba, Bilaspur, Chhattisgarh: बिलासपुर में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ने कोयला परिवहन का दबाव कम करने के लिए पहली बार 232 वैगनों को जोड़कर 16 हजार टन कोयला सप्लाई करने का रिकॉर्ड बनाया है। चार मालगाड़ियों के डिब्बों को जोड़कर एक मालगाड़ी के रूप में तैयार किया गया और इसे ‘सुपर शेषनाग’ का नाम दिया गया। इसमें चार इंजन, चार ब्रेकयान के साथ 12 क्रू मेंबर थे, जिन्हें कोयला लेकर कोरबा से महाराष्ट्र के नागपुर के लिए रवाना किया गया। रेलवे ने इस ट्रेन को रवाना करने का VIDEO भी जारी किया है।
महाराष्ट्र के पावर प्लांट में कोयला संकट उत्पन्न होते ही उसकी पूर्ति के लिए सेंट्रल रेलवे मुंबई ने चार मालगाड़ियों का खाली रैक जोड़कर रविवार को कोरबा भेजा। कोरबा पहुंचने के बाद इस रैक में कोयला लोड किया गया। 232 वैगनों में 16 हजार टन कोयला भरा गया। चारों मालगाड़ी में उनके लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और ट्रेन मैनेजर थे। यह सुपर शेषनाग रैक कोरबा से दोपहर 12 बजे रवाना हुआ। इसके बाद यह ट्रेन लगभग तीन बजे बिलासपुर से होकर रायपुर की ओर गुजरी।
छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को रोका गया, यात्रियों का हंगामा
कोरबा से कोयला लेकर चली सुपर शेष नाग की वजह से छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस सहित कुछ ट्रेनें प्रभावित हुईं। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को जगह-जगह रोककर चलाया गया। इससे यात्रियों को खासी परेशानी हुई। यह ट्रेन बिलासपुर भी देर से पहुंची थी। सोमवार को इस सुपर शेषनाग की वजह से सुबह 11.30 बजे रवाना होने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को रोक कर रखा गया था। इसके चलते छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 30 मिनट देरी से बिलासपुर पहुंची।
Source: cityhotnews