छत्तीसगढ़ में एक अच्छी पहल : सजेंगी गोबर की राखियां, किसानों तक पहुंच रही कम्पोस्ट खाद

Gobar Se Banai Ja Rhi Rakhiya Chhattisgarh Ki Mahilaye Kr Rhi Nirmad : खाद निर्माण व उसकी सप्लाई के मामले में मणिकंचन केंद्र धरमपुरा ने जिले के सभी सेंटरों को पीछे छोड़ दिया। केंद्र से तैयार खाद ब्लॉक के सेवा सहकारी समितियों के साथ जिले व प्रदेश के भी चुनिंदा खाद संग्रहण केंद्रों तक पहुंचाया जा रहा हैं। केंद्र से अब तक 1737.16 क्विंटल कम्पोस्ट खाद का उत्पादन हो गया है। इसमें से 244 किसानों को 1031 क्विंटल खाद का वितरण भी हो गया है जो सहकारी समितियों के माध्यम से किया गया है।


इस तरह से अब तक 2044 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट का निर्माण किया गया है। जिसमे से 10 किसानों को 437 क्विंटल खाद का वितरण भी कर दिया गया है। उक्त खाद का वितरण सेवा सहकारी समिति अमलीपारा के माध्यम से किया गया है, खाद के निर्माण और उसकी सप्लाई में केंद्र की महिलाएं भी कसर नहीं छोड़ रही हैं, जिसमें उन्हें सीएमओ सीमा बख्शी का सहयोग मिला है।

तैयार की जा रही गोबर से बनी राखियां
बीते सत्र की तरह इस साल भी महिलाओं द्वारा गोबर की राखियां तैयार की जा रही हैं। जिसे भी जल्द से जल्द विभिन्न साधनों के माध्यम से बाजार तक पहुंचाया जाएगा। इसे कुछ स्थानों पर दुकान लगाकर बेचने की भी योजना बनाई जा रही है। गोबर की उक्त राखियों में आयुर्वेदिक सामग्रियां मिलाई जा रही हैं। घरों से कचरा संकलन के बाद खाद निर्माण, कचरे का सेग्रिगेशन व उसके बाद राखी निर्माण का कार्य केंद्र की महिलाएं कर रही हैं। जिससे खाद निर्माण के लक्ष्य को पूरा किया जा सका है।

सीएमओ सीमा बख्शी ने बताया कि केंद्र की महिलाएं पूरे लगन से कार्य कर रही हैं, उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में खाद की सप्लाई की जा रही है। महिलाएं गोबर की राखियां भी बना रही हैं जिन्हें बाज़ार में दुकान लगाके बेचा जाएगा।

समयावधि का रखा ध्यान
केंद्र की प्रभारी जयश्री ताम्रकार ने बताया कि गोबर की अधिक आवक के बाद से सीएमओ और प्रभारी सर के निरंतर मार्गदर्शन में खाद निर्माण का कार्य शुरू किया गया था और अब लगातार केंद्रों से सप्लाई भी कर रहे हैं।

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