गरियाबांद : नक्सलियों ने सुर्खियां बंटोरने का छत्तीसगढ़ में नया तरीका निकाला है। गरियाबंद में नक्सलियों ने पहले पेड़ काटकर सूनसान सड़क पर गिराए। फिर वहां IED लगा दिया। इसके बाद बैनर और पोस्टर चस्पा कर विस्फोटक लगे होने की जानकारी भी दी। पुलिस ने ढाई किलो का IED डिफ्यूज किया है। बताया जा रहा है कि ऐसा नक्सलियों ने पहली बार किया है। फिलहाल पुलिस उनकी इस ट्रिक को समझने का प्रयास कर रही है।
करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद जवानों ने रास्ता साफ किया तो वहां से ढाई किलो का विस्फोटक बरामद हुआ।
करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद जवानों ने रास्ता साफ किया तो वहां से ढाई किलो का विस्फोटक बरामद हुआ।
दरअसल, नक्सली 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मना रहे हैं। गुरुवार को नक्सलियों ने शोभा थाने से करीब 10 किमी दूर कोकड़ी-ओडिशा मार्ग पर पेड़ काट कर रास्ता रोक दिया। वहां पर बैनर लगा दिए और IED प्लांट कर दिया। इसकी जानकारी भी नक्सलियों ने वहां पोस्टर चस्पा कर दी। इसकी जानकारी मिलने पर एडिशनल SP सुखनंदन राठौर जिला पुलिस बल और CRPF जवानों के साथ रोड ओपनिंग के लिए पहुंचे।
पोस्टर और बैनर पर शहीदी सप्ताह की जानकारी दी गई है। साथ ही इसे नक्सलियों की मैनपुर डिवीजन ने लगाने की जिम्मेदारी ली है।
सड़क पर IED की सूचना को सुलझाने में लगी पुलिस
नक्सली हमेशा नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे या फिर ज्यादा आवाजाही वाली सड़कों या जवानों के मूवमेंट वाले रास्तों को निशाना बनाते हैं। इस पर गरियाबंद में नक्सलियों ने सूनसान सड़क का इस्तेमाल किया है। उन्होंने विस्फोटक भी लगाया और उसकी जानकारी भी दी। ऐसे में पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने का प्रयास कर रही है। हालांकि माना जा रहा है कि नक्सलियों ने आम लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए इस ट्रिक का इस्तेमाल किया है।