Raipur Chhattisgarh: भगवान राम की ननिहाल चंदखुरी में दिवाली उत्सव की बड़ी तैयारी चतुर्दशी से ही शुरू हो चुकी है। दिवाली की पूर्व संध्या पर माता कौशल्या के मंदिर में 31 हजार दीये जलाने की तैयारी है। इसके लिये राजीव युवा मितान क्लब के लोग मंदिर परिसर पहुंच चुके हैं। पिछले तीन साल से दिवाली के दिन हमर राम समिति वहां दीपदान करती है।
“हमर राम’ सांस्कृतिक समिति के संयोजक आर.पी. सिंह ने बताया, इस बार दिवाली की पूर्व संध्या पर माता कौशल्या के मंदिर को 31 हजार दीयों से सजाया जा रहा है। शाम को 6.45 बजे मंदिर की संध्या आरती संपन्न हो जाने के बाद दीपदान की प्रक्रिया शुरू होगी। इस बार यह आयोजन राजीव युवा मितान क्लब की ओर से हो रहा है। गांव के लोग और रायपुर के भी श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल होने जा रहे हैं। पिछले साल हमर राम समिति ने दिवाली पर यहां 36 हजार दीप जलाये थे। इसको छत्तीसगढ़ के 36 गढ़ों की ओर से 100-100 दीपों की प्रतीकात्मक माला बताया गया था। इस बार इस उत्सव को एक दिन पहले ही शुरू किया जा रहा है।
माता कौशल्या का एकमात्र मंदिर: रायपुर से करीब 20 किमी दूर स्थित चंदखुरी को प्राचीन कौशल की राजधानी माना जाता है। यहां भगवान राम की माता कौशल्या का एक प्राचीन मंदिर है। इसमें भगवान राम माता कौशल्या की गोद में बैठे दिखाए गए हैं। यह पूरी दुनिया में भगवान राम की माता को समर्पित एकमात्र मंदिर माना जाता है।
पिछले साल ही मंदिर का जीर्णोद्धार पूरा हुआ: राज्य सरकार ने राम वनगमन पथ पर्यटन सर्किट के तहत माता कौशल्या मंदिर का जीर्णोद्धार पूरा किया है। इसपर 15 करोड़ रुपए की लागत आई है। पिछले साल 8 अक्टूबर को इसका लोकार्पण हुआ। इस दौरान तीन दिनों का भव्य उत्सव हुआ था।