अंबिकापुर छत्तीसगढ़ : इलाज के लिए लोग गांवों से शहर को पहुंचते हैं। बड़े सरकारी अस्पतालों में उनके मुफ्त इलाज तथा कम खर्च में ऑपरेशन की तमाम सुविधाएं सरकार उपलब्ध करा रही है। लेकिन निजी अस्पतालों के दलाल अस्पतालों में टहलते हुए रहते हैं। अस्पताल परिसर में बाकायदा अपनी एंबुलेंस लेकर आने वाले ये दलाल ऐसे मरीजों को सीधे निजी अस्पतालों में शिफ्ट करा देते हैं, जहां से उनसे मोटी रकम की वसूली किया जा सके। अब ऐसे दलालों की खैर नहीं।
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यह मामला अंबिकापुर के राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल अस्पताल का बताया जा रहा है, जहां गरीब मरीजों के इलाज हेतु करोड़ों रुपए का बजट आता है। जांच हो अथवा ऑपरेशन मरीजों को बेहद कम खर्च में यहां हर तरह का इलाज मिल जाता है। लेकिन यहां आने वाले मरीजों को शहर के दूसरे बड़े निजी तथा महंगे अस्पतालों में शिफ्ट कराने हेतु दलाल यहां घूमते रहते हैं। इनका बाकायदा रैकेट चल रहा है, जो कैंपस में घुसकर ये सारा गोरखधंधा कर रहे हैँ।
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मामला संज्ञान में आते ही मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं। अब मेडिकल कालेज में निजी एम्बुलेंस की एंट्री पर उसका पूरा डिटेल दर्ज किया जाएगा। साथ ही किसी भी मरीज को HOD अथवा ड्यूटी डाक्टर की सहमति के बाद ही रेफर किया जा सकेगा। इसके कारण का उल्लेख करते हुए इसका डिटेल भी अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को भी भेजा जाएगा। साथ ही CCTV के जरिये प्रबंधन मेडिकल कालेज में घूमने वाले संदिग्ध लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
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सरकारी अस्पताल में बेहतर सुविधा के साथ ज्यादा प्रशिक्षित डॉक्टर उपलब्ध होते हैं। ऐसे में प्रबंधन की जानकारी के बिना ही मरीजों को मेडिकल कालेज से सीधे किसी निजी अस्पतालों में शिफ्ट कर देना मरीजों के साथ ज्यादती तो है ही, बल्की यह सरकारी व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा करता है।
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