छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चोरों ने शंकराचार्य कॉलेज के डायरेक्टर के बंगले में हाथ साफ कर दिया। अलमारी का लॉकर तोड़कर चोर 10 लाख रुपए के गहने और 10 लाख नकदी ले गए। वारदात के दौरान डायरेक्टर परिवार के साथ मध्य प्रदेश के मैहर गए थे। रात को लौटे तो घर में चोरी की जानकारी मिली। इस दौरान पूछताछ में पता चला कि घर का गार्ड नर बहादुर थापा और कुक जनक थापा लापता है। इसके बाद उन्होंने दोनों पर संदेह जताते हुए मुजगहन थाने में देर रात एफआईआर दर्ज कराई है।
जानकारी के मुताबिक, मुजगहन के प्लेनट सिटी निवासी निशांत त्रिपाठी सेज बहार स्थित शंकराचार्य कॉलेज के डायरेक्टर हैं। वह मंगलवार सुबह करीब 9 बजे परिवार के साथ मध्य प्रदेश के मैहर दर्शन के लिए गए थे। वहां से रात करीब 8.30 बजे लौटे। अपने बेडरूम में गए तो देखा कि अलमारी का लॉक टूटा हुआ है। उसमें रखे 10 लाख रुपए और सोने के 2 कंगन सेट, गले के 3 हार सेट, 10 साल पुराने पूजा के सोने के सिक्के, चांदी के गहने, चांदी की थाली गायब थी।
अस्पताल का कहकर घर से निकले थे कुक और गार्डज
जबडायरेक्टर ने घर में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों को बुलाया तो पता चला कि कुक जनक थापा और गार्ड नर बहादुर थापा दोनों नहीं थे। उन्होंने दोनों के नंबरों पर कॉल लगाया, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ थे। उन्होंने कर्मचारियों से गार्ड और कुक के बारे में पूछताछ तो पता चला कि दोनों दोपहर करीब 2:30 बजे अस्पताल जाने की बात कहकर घर से निकले थे। इसके बाद से नहीं लौटे हैं। जिस पर संदेह जताते हुए डायरेक्टर ने मामला दर्ज कराया है।
दोनों नेपाल के रहने वाले, 3 साल से कर रहे थे काम
पुलिस जांच में अभी तक पता चला है कि आरोपी कुक जनक थापा और गार्ड नर बहादुर थापा नेपाल के रहने वाले थे। वह यहां कई सालों से अलग-अलग लोगों के घर काम कर रहे थे। इस बीच किसी परिचित की सहायता से उन्हें करीब 3 साल पहले डायरेक्टर निशांत त्रिपाठी के बंगले पर रखा गया था। फिलहाल पुलिस दोनों को काम पर रखवाने वाले से पूछताछ कर रही है। वही नेपाल बार्डर पर भी दोनों को लेकर अलर्ट कर दिया गया है।