Chhattisgarh: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर रायपुर के बीटीआई मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय श्रमिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने बुजुर्ग मजदूरों के लिए श्रमिक सियान सहायता योजना में एकमुश्त 10 हजार रुपए की सहायता राशि देने, महिला स्वावलंबियों को आगे बढ़ाने के लिए ई रिक्शा में अब 50 हजार की जगह 1 लाख रुपए का अनुदान देने की घोषणा की। साथ ही सीएम ने मंत्रियों, विधायकों और आम लोगों के साथ बैठकर बोरे बासी का आनंद लिया।
ई रिक्शा के लिए 1 लाख रुपए का अनुदान: मुख्यमंत्री ने श्रम दिवस को ऐतिहासिक बताते हुए छत्तीसगढ़ के लोगो से बोरे बासी खाने का जो आह्वान किया था। और लोगों ने उनके आह्वान का समर्थन करते हुए इसे विदेशों तक पहुंचा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग लगातार बोरे बासी के बारे में जानकारी जुटा रहे थे और आज अधिकांश लोगों ने बोरे बासी खाया भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक छत्तीसगढ़ी व्यंजन की इस तरह की प्रसिद्धि से गर्व महसूस कर रहे हैं।
श्रमिकों के बिना निर्माण कार्य संभव नहीं: इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित श्रम मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने कहा कि श्रमिकों के बिना निर्माण कार्य संभव नहीं है। उन्होंने श्रमिकों को राज्य के विकास का आधार स्तंभ बताया। छत्तीसगढ़ भवन संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री सन्नी अग्रवाल ने कहा कि श्रमिकों के हितों के लिए आर्थिक विकास हो सके इसके लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा श्रमिकों के जीवन पर्यन्त तक की महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
मौजूद रहे प्रदेश सरकार के मंत्री: इस अवसर पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा, विधायक एवं संसदीय सचिव रेख चंद जैन, विधायक एवं संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, विधायक बृहस्पत सिंह, विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा के साथ ही राज्य के विभिन्न जिलों से आए श्रमिक मौजूद थे