Job Placement of NIT Raipur : एनआईटी रायपुर के 19 छात्रों को 20 लाख से अधिक का पैकेज, 9 छात्रों को 32 लाख का पैकेज ऑफर

 

NIT Raipur Placement 2021 रायपुर : छत्‍तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित राष्ठ्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) में नौ छात्रों को 32 लाख रूपए एवं 10 छात्रों को 20 लाख रूपए का पैकेज आफर किया गया है। एनआइटी रायपुर में चल रहे प्लेसमेंट में बहुत सारी बहुराष्ट्रीय, राष्ठ्रीय कम्पनियां एवं स्टार्टअप्स कैंपस में प्लेसमेंट हेतु आ रही हैं। साथ ही इसी कड़ी में अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कम्पनी अमेजन तथा जर्मन बहुराष्ट्रीय कम्पनी डोयचे बैंक भी एनआईटी रायपुर के कैंपस प्लेसमेंट्स में पहुंची थी।

अमेज़न द्वारा ऑफर : अमेज़न द्वारा साफ्टवेयर डेवलपर इंजीनियर रोल के लिए कैंपस में 9 अंडरग्रेजुएट छात्रों को चुना है, जिसमे इनफार्मेशन टेक्नोलाजी के ब्रांच से अमित पोरवाल,मधुर सेंगर,योगेश शर्मा, आयुषी जैन, शशांक तिवारी एवं कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग ब्रांच के वीरेन खत्री, अनन्य शर्मा, अचिन्त्य पटेल, अंजली पाटले शामिल हैं । अमेज़न द्वारा फुल टाइम एम्प्लॉयमेंट के लिए 32.2 लाख रूपय के पैकेज का आफर दिया गया है एवं पोस्टग्रेजुएट छात्र हर्षित अरोरा (एमसीए) को 6 महीने के इंटरशिप के लिए चयन किया गया हैं ।


डोयचे बैंक द्वारा ऑफर : डोयचे बैंक द्वारा भी टेक एनालिस्ट रोल हेतु कैंपस से 9 अंडरग्रेजुएट छात्रों को चुना गया है, जिसमे इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी ब्रांच से आशीष कुमार, पांडे तेजप्रताप, सौरभ शुक्ला, ऋचा सिंह, श्री सत्यलक्ष्मी तथा कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग ब्रांच से भी कुशाग्र जायसवाल, साक्षी भंडारकर,श्रुति मित्तल, अभिजीत दिक्षित शामिल हैं तथा एक पोस्टग्रेजुएट छात्रा गायत्री बासुदे को (एमसीए) चुना गया हैं । इन छात्रों को फुल टाइम एम्प्लायमेंट हेतु महज 19.68 लाख रूपए के पैकेज का ऑफर किया गया है।

चयनित छात्रों का अनुभव

आशीष कुमार (डोयचे बैंक) : मैंने फर्स्ट ईयर से ही कोडिंग की शुरुआत कर दी थी। मैं प्रतिदिन एक नियम से कोडिंग करता था। मैं रोज करीब 5 से 6 घण्टे कोडिंग करता था। डाटा स्ट्रक्चर एंड अल्गोरिथ्म्स में अच्छी पकड़ होने के बाद थ्योरी सब्जेक्ट्स को भी काफ़ी अच्छे से पढ़ा। सीनियर्स एवं दोस्तों का पूरा सहयोग प्राप्त हुआ। तैयारी के दौरान कई बार डेमोटिवेशन सा लगने लगा तब दोस्तों ने हौसला बढ़ाया। शुरुआत में कुछ कम्पनियों में सिलेक्शन नई हुआ पर मैंने हिम्मत नहीं हरा। कोशिश करता ही रहा एवं थर्ड ईयर में मुझे ड्यूश बैंक में इंटर्न करने का मौका भी मिला। इंटर्नशिप के परफॉर्मन्स को देखते हुए कंपनी ने प्री प्लेसमेंट ऑफर दिया। मैं इस अपने इस सफलता का पूरा श्रेय अपने माता – पिता, भाई,दोस्तो एवं सीनियर्स को देता हूं ।

साक्षी भंडारकर (डोयचे बैंक) : डोयचे बैंक मेरा इंटर्नशिप अनुभव सीखने के स्तर, ज्ञान एवं एक्सपोजर के मामले में जबरदस्त रहा है। मैंने एक प्रोजेक्ट पर काम किया जिसमें एक वेब पोर्टल के यूआई को विकसित करने के साथ ही मुझे सर्वर के साथ एकीकरण करने के लिए भी सम्मिलित किया गया था।

इंटर्नशिप के अनुभव ने न केवल मेरे तकनीकी कौशल को ही बढ़ाया है बल्कि मुझे यह भी पता चला है कि निवेश बैंक आखिर काम कैसे करता है, एवं उसके व्यापार की एक झलक देखने को भी मिला है। ड्यूश बैंक की कार्य संस्कृति अत्यंत समृद्ध एवं लचीली भी है तथा मेरे अनुभव में मेरे सहायक प्रबंधक, संरक्षक एवं मेहनती साथियों का होना शामिल है, जिन्होंने मेरे इस अनुभव को वास्तव में सार्थक एवं सफ़ल बनाया।

मुझे पुरी तरह से याद है कि जब ड्यूश बैंक हमारे बैच से इंटर्न की भर्ती हेतु पहली बार आया हुआ था, तो ड्यूश बैंक जैसी कम्पनी में मुझे इंटर्नशिप एक सपने के जैसा लग रहा था। ड्यूस बैंक से प्री-प्लेसमेंट का आफर मिलने के बाद भी अब भी यह सपने जैसा ही लगता है, मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि जिसके लिए इतने सालों से परिश्रम किया आज मै वहाँ पर हूं।


अमित पोरवाल (अमेज़न) : तैयारी का सबसे प्रमुख एवं महत्वपूर्ण हिस्सा डाटा स्ट्रक्चर एण्ड एल्गोरिथम है। मैंने कोडिंग के विभिन्न प्लेटफार्म पर इसका अभ्यास भी किया है। तैयारी का सबसे बड़ा और अच्छा हिस्सा स्वस्थ प्रतिस्पर्धी माहौल था जो हमारे यहां अर्थात् एनआईटी रायपुर में है, जब भी किसी को जरूरत महसूस होती है तो हम सभी एक-दूसरे की हमेशा मदद करते थे, जिससे मुझे अपने विकास के लिए बहुत मदद मिली एवं मैं इसके लिए अपने दोस्तों तथा सीनियर्स को भी धन्यवाद देना चाहता हूं।

फिर मैंने प्रोजेक्ट तैयार किए एवं थ्योरी विषयों को भी पढ़ा। मेरे पास कोई इंटर्नशिप नहीं थी इसलिए मैं इसे लेकर थोड़ा नर्वस भी था पर मेरे आसपास के लोगों ने मुझे सकारात्मक रखा। मेरे साक्षात्कार मुख्य रूप से डीएसए एवं मेरी प्रोजेक्ट पर केंद्रित थे। सौभाग्य से मेरे साक्षात्कार अच्छा रहा और मेरा चयन भी हो गया। मैं अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार वालों को देता हूं, जिन्होंने हर परिस्थिति में मेरा साथ दिया एवम सीनियर्स जिनके द्वारा हमेसा मार्गदर्शक की भूमिका निभाया गया है एवं अपने दोस्तों को देता हूं।


अनन्य शर्मा (अमेज़न) : मैंने अपनी तैयारी चौथे सेमेस्टर में ही शुरू कर थी पर मैं अपने तीसरे वर्ष में इंटर्नशिप नहीं कर पाया। जिससे मैंने उचित योजना एवं अभ्यास के साथ डाटा स्ट्रक्चर एण्ड एल्गोरिथम में अपने ज्ञान को बेहतर बनाने हेतु लगातार कड़ी मेहनत किया। कुछ सीनियर्स एवं मेरे दोस्तों ने मेरी बहुत मदद भी की एवं मुझे प्रेरित भी किया। शुक्र है कि मैं 7 वें सेमेस्टर में ही अपने पहले प्रयास में अमेज़न को क्रैक करने में सफल रहा हूं।


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