janjgir champa: कालेश्वरनाथ मंदिर पीथमपुर में हर साल की भाती इस साल भी महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान शिव के भक्तो की भीड़ उमड़ी थी, यहा लोग भगवान शिव के दर्शन करने व सुबह – सबेरे जल अर्पिर करने पहुचे थे भीड़ इतनी थी के लोग धक्का मुक्की पे उतर आये थे, अब धक्का मुक्की हो भी क्यों ना सब शिव भक्त जो थे सब को बाबा के दर्शन जो करने थे, सुबह ढलने के बाद जल अर्पित करने वालो की भीड घटी तो मेला व मंदिर घुमने आये लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी और करीब पुरे रात तक यहा लोगो की भिड देखने को मिली |
आये थे नंगा शाधु: यहा हर सालधुल पंचमी के दिन भगवान शिव की बारात बड़े हर्षो उल्लास के साथ निकाली जाती है, जिसमे देश के कई बड़े साधू सामिल होते है, वैसे ही कई साधू महाशिवरात्रि के उपलक्ष पर यहा आये थे जो मंदिर के बाहर निकासी द्वार पर शिव भक्तो को आशीर्वाद देने को बैठे थे |
इसी तरह सावन सोमवार को लगती है भक्तो की भीड़: यहा वैसे तो हमेशा भक्त आते रहते है लेकिन सावन में यहा भक्तों की भीड़ थोड़ी बढ़ जाती है भक्त यहा सावन के सोमवार को सुबह के वक़त जल विसर्जित करने आते है यहा बहते हसदेव नदी में स्नान कर जल ले जाकर कलेश्वरनाथ शिव की प्रतिमा में जल अर्पित करते है |
कहा है पीथमपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से लगभग 60 किलोमीटर व जांजगीर चाम्पा जिले से लगभग 20 किलोमीटर की दुरी पर हसदेव नदी के किनारे है पीथमपुर जहा है कालेश्वरनाथ मंदिर ( शिव मंदिर ) जो शिव भक्तों की आस्था का केंद्र है।