रायपुर छत्तीसगढ़ : कोरोना वायरस का नए वैरिएंट जिसे ओमीक्रान का नाम दिया गया है, धीरे धीरे पूरी दुनिया के कई देशों में पहुंच चुका है, भारत देश में भी विदेश से लौटे दो मरीजों में यह वेरिएंट मिली हैं। जिससे पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में भी कोरोना को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है, परंतु चिंता की बात यह है कि विदेश से अपने देश लौटे कुछ मरीजों की लोकेशन की ट्रैसिंग नहीं हो पा रही है, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हैं। प्रशासन इन लोगों की जांच में जुटी हुई है।
कोरोना के इस नए वैरिएंट के सामने आने के बाद जहां पर एक और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड का दावा तो कर रही है। तो वही विदेशों से वापस आने वाले यात्रियों की जांच को लेकर अब तक भी स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर स्थित स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आरटीपीसीआर (RTPCR) जांच हेतु 4 जांच यूनिट लगाई है। परंतु ऐसा लग रहा है की यहां पर ठीक से जांच नहीं हो पा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार विदेशों से आने वाले यात्रियों की जांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ही किया जाता है। और इसी सोच के चलते रायपुर एयरपोर्ट पर कोई भी जांच नहीं किया जा रहा है। केवल यात्रियों को 7 दिन तक क्वारंटाइन में रहने की हिदायत दिया जा रहा है। लेकिन कई यात्रियों को ट्रेस करने में विभाग विफल रही है।
20 से भी अधिक यात्रियों को विभाग ट्रेस नही कर पायी : वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा विदेशों से वापस लौटे करीब 76 यात्रियों में 56 ही यात्रियों को ट्रैस किया जा सका है। लेकिन बचे हुए यात्रियों को अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा ट्रैस नही किया जा सका है। जिससे स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी जानकारी पुलिस विभाग को कर दिया गया है। अब स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग द्वारा इन यात्रियों की तलाश में जुट गयी है। साथ ही यह भी बताया जा रहा की ये सभी यात्री विदेश से रायपुर पहुंचे हुए है। सबसे बड़ी सवाल यह भी है कि इन सभी यात्रियों की फोन ही बंद आ रही है। लगातार एएनएम (ANM) द्वारा उन्हें ट्रैक करने की कोशिश जारी है। लेकिन अभी भी उनका पता नहीं चल पा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग का यह भी कहना है कि विदेशों से लौटे हुए यात्री जिस एरिया में क्वारंटाइन किए गए हैं उस केन्द्र की एएनएम को नजर रखने का भी निर्देश दे दिया गया है। एएनएम ((ANM) कभी भी घर जाकर निरीक्षण कर सकता है। अगर कोई भी यात्री जो क्वारेंटाइन में है उन्हे घूमता हुआ पाया गया, तो उन पर कड़ी कार्रवाई विभाग द्वारा किया जायेगा। परंतु दिक्कत यह है की कुछ लोग अभी भी काफ़ी लापरवाही बरत रहे हैं। विदेशों से करीब 76 यात्री रायपुर लौटे हुए हैं, जिसमें से करीब 19 यात्री लापता है अर्थात् उनका न तो लोकेशन ट्रेस हो पा रही है और ना ही कॉन्टैक्ट हो पा रही है।
क्वारंटाइन रहने के लिए दिए गए हैं कड़ी निर्देश : विदेश से भारत वापस लौटने वाले यात्रियों को कम से कम सात दिनों की क्वारंटाइन रहने के भी निर्देश दिए गए हैं, सभी यात्रियों को कोरोना के गाइडलाइन के अनुसार ही क्वारंटाइन किया जा रहा है। जिन जिन यात्रियों को सात दिनों की क्वॉरेंटाइन पूरी हो जाती है, उसे अगले ही दिन उनका दोबारा से आरटीपीसीआर (RTPCR) टेस्ट किया जाता है इसके बाद अगर वे पॉजिटिव पाए जाते हैं तो दोबारा उनको सात दिनो के लिए पुनः क्वारंटाइन कर इलाज जारी रखा जाता है।
नियमों के उल्लंघन करने पर की जायेगी कड़ी कार्रवाई : स्वास्थ्य विभाग का यह भी कहना है कि विदेशों से लौटने वाले यात्रियों को खुद ही सामने आकर अपनी जांच करानी चाहिए। तथा उन्हे खुद से ही क्वारंटाइन रहना चाहिए। अगर कोई यात्री गलत नंबर या फिर फोन बंद रखता है तो उनकी तलाश पुलिस की मदद से की जाएगी। अगर क्वॉरेंटाइन के दरमियान पीरियड में वह बाहर घूमते हुए पाए गए तो उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई भी सरकार द्वारा किया जायेगा।