Dantewada Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में इस साल विश्व प्रसिद्ध फागुन मड़ई पहले की तरह भव्य रूप में होगी। पिछले 2 सालों से कोरोना की वजह से सीमित संख्या में मड़ई का आयोजन किया गया था। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए केवल पारंपरिक रस्मों को ही निभाया जा रहा था। लेकिन, इस बार फागुन मड़ई की भव्यता देखने को मिलेगी। आज 9 मार्च से आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के मंदिर में रस्मों की शुरुआत की जाएगी। हालांकि कोरोना प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखा जाएगा।
एक सा यूनिफॉर्म पहन कर निकलेगी मंडली: मां दंतेश्वरी की डोली के साथ चलने वाली फाग गायन मंडली इस बार खास पोशाक में नजर आएगी। इनके लिए एक ही कलर के यूनिफॉर्म भी बनाए गए हैं। दंतेवाड़ा की विधायक देवती कर्मा ने मंडली को पोशाक, वाद्ययंत्र और माइक सेट के लिए आर्थिक सहायता राशि दी है। ऐसे में एक सा यूनिफॉर्म पहन कर जब मंडलियां निकलेगी तो वो आकर्षण का केंद्र होगा। फिलहाल पहले दिन होने वाली रस्मों की सारी तैयारी कर ली गई हैं।
नारायण मंदिर तक निकलेगी देवी की पालकी: फागुन मड़ई के पहले दिन सालों से चली आ रही परंपरा अनुसार देवी की प्रथम पालकी निकाली जाएगी। शक्तिपीठ मां दंतेश्वरी के मंदिर से नारायण मंदिर तक पालकी निकलेगी। साथ ही पहले दिन कलश स्थापना भी की जाएगी। फागुन मड़ई में शामिल होने कई क्षेत्रीय देवी-देवताओं को भी आमंत्रित किया गया है। 9 मार्च से शुरू होने वाली मड़ई 18 मार्च तक चलेगी। 19 मार्च को क्षेत्रीय देवी-देवताओं की विदाई की जाएगी।